Kale Tamatar Ki Kheti | भारतीय बाजारों में लाल टमाटर के बाद अब इन दिनों काले टमाटर ने भी दस्तक दे दी है जिस वजह से बाजार में अब काले टमाटर की डिमांड भी काफी ज्यादा बढ़ गई है. इसका प्रभाव काले टमाटर के भाव पर भी देखने को मिला है. ऐसे में यदि कोई किसान काले टमाटर की खेती करता है तो वह अच्छा खासा मुनाफा कमा सकता है. अगर आप भी आप एक किसान है और आप अच्छी कमाई करना चाहते है तो आपको काले टमाटर की खेती करनी चाहिए. तो चलिए जानते है कि काले टमाटर की खेती कैसे करे? वैसे आपके बता दे कि काले टमाटर की खेती भारत में सबसे ज्यादा झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और हिमाचल प्रदेश में होती है.
आज का यह लेख सभी किसानों के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि इस लेख में आपको काले टमाटर की खेती के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी जिससे आप अच्छा खासा पैसा कमा सकते है. इस पोस्ट में आप जानेंगे जैसे कि काले टमाटर की खेती कैसे करे? काले टमाटर के फायदे? काले टमाटर से कितनी कमाई होती है? काला टमाटर का बीज कहां मिलेगा? आदि विषयो से संबंधित संक्षिप्त जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी.
काले टमाटर की खेती- Kale Tamatar Ki Kheti
आपको जानकारी के लिए बता दे कि काले टमाटर की खेती की शुरुआत सबसे पहले इंग्लैंड देश में हुई थी. इसे “इंडिगो रोज टोमेटो” के नाम से भी जाना जाता है. काले टमाटर की खेती भी लाल टमाटर की खेती की तरह ही की जाती है. इस किस्म के टमाटर की खेती के लिए आपके क्षेत्र की जलवायु गर्म होनी चाहिए. भारत देश की जलवायु काले टमाटर की खेती के लिए एकदम उपयुक्त है.
यदि आप इसकी खेती करना चाहते है तो आपके खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए और मिट्टी की जांच भी करवानी चाहिए. ध्यान रखे कि मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए. काले टमाटर की खेती गर्म स्थानों पर की जाती है तथा इसकी बुआई जनवरी के महीने में की जाती है.
काले टमाटर की खेती कैसे करे?
यदि आप भी काले टमाटर की खेती करना चाहते है तो आपको इन सभी बातों को ध्यान में रखना होगा अन्यथा आपकी फसल उत्पादन कम हो सकता है:
- सबसे पहले खेत की मिट्टी की अच्छे से जुताई कर लेनी है. फिर खेत को समतल कर लेना है ताकि आपको जल निकासी की समस्या न आए.
- इसके बाद, मिट्टी की जांच अवश्य करवा ले. याद रहे कि आपके खेत की मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए.
- खेत में ऑर्गेनिक खाद आवश्यकता अनुसार डाल सकते है. इसके अलावा, आप सड़ी गोबर या कंपोस्ट खाद भी डाल सकते है.
- इसके बाद, आपको अच्छे किस्म के टमाटर के बीज का चयन कर लेना है. वैसे आपको प्रमाणित बीजों का ही चयन करना चाहिए.
- बीज लगाने से पहले आपको 20 से 30 बीजों को एक छोटे से बर्तन में बुआई कर देनी है जिससे आपको थोड़ा आइडिया हो जाएगा कि आपको किस दर पर बीज लगाना होगा.
- इसके बाद, आपको एक बार खेत की मिट्टी में नमी की मात्रा को चेक कर लेना है. यदि आपके खेत की मिट्टी में नमी नही है तो आपको बीजों की बुआई से पहले एक बार सिंचाई कर देनी है उसके बाद ही बुआई शुरू करे.
- बीज को खाद के साथ मिलाकर ही बोया जाना चाहिए.
- इसके तुरंत बाद आपको सिंचाई कर देनी है.
- अब आपको समय पर इसे खाद, पानी देना है. साथ ही, इसे खरपतवार से बचाने पर भी ध्यान दे.
- आपको अपने खेत के आस- पास वायरिंग करवा देनी चाहिए. ताकि आवारा जानवर आपकी फसल को नष्ट न कर सके.
काले टमाटर की उन्नत किस्म
हमारे भारत देश में काले टमाटर के कई उन्नत किस्में उपलब्ध है. जैसे कि – ब्लू चॉकलेट, इंडिगो रोज, इंडिगो रब, ब्लू बायो, ब्लैक ब्यूटी, सनब्लैक, ब्लू गोल्ड फरेनहाइट ब्लूज आदि उन्नत किस्म के बीज आपको भारतीय बाजारों में मिल जाएंगे.
खेती के लिए जलवायु तथा तापमान
काले टमाटर की खेती गर्म क्षेत्रों में की जाती है तथा इसकी खेती करने के लिए सही तापमान 10 से 30 डिग्री सेल्सियस का होना चाहिए. वही, 21 से 24 डिग्री सेल्सियस तापमान में पौधे का विकास अच्छा होता है.
काला टमाटर की खेती की प्रमुख विशेषता
- काले टमाटर में औषधीय गुण होते है.
- इस टमाटर में एंटी ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
- इसमें Vitamin A, C, प्रोटीन, मिनरल्स आदि आवश्यक तत्व पाए जाते है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रण करने में मदद करते है.
- इस टमाटर को ज्यादा समय तक ताजा रखा जा सकता है.
- अलग रंग तथा अलग गुण होने के कारण से इसकी कीमत बाजार में लाल टमाटर से ज्यादा है.
काला टमाटर का बीज कहां मिलेगा?
यदि आप काला टमाटर का बीज खरीदना चाहते है तो यह बीज भारतीय बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है. आपको यह बीज कृषि भंडार, कृषि स्टोर, बीजों की दुकानों पर आसानी से मिल जाएगा. आप इस बीज को ऑनलाइन माध्यम से भी अपने घर पर भी मंगवा सकते है.
काले टमाटर की बुआई का सही समय
यदि हम काले टमाटर के बीजों की बुआई की बात करे तो इसकी बुआई जनवरी माह में ही कर देनी चाहिए. मार्च से अप्रैल माह में आपको टमाटर की पैदावार भी मिलने लगती है. यदि आप इस खेती से अच्छा मुनाफा चाहते है तो आपको इसकी बुआई समय पर कर देनी चाहिए.
काले टमाटर के फायदे
- यदि आप काले टमाटर की खेती करते है तो इसकी खेती में पूरा खर्चा निकाल कर आप प्रति हेक्टर 3 से 4 लाख रुपए आसानी से कमा सकते है.
- काले टमाटर में औषधीय गुण है. इसमें विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है जो आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाती है.
- इस टमाटर का सेवन करने से कई लाभ हो सकते है क्योंकि इसे सेवन करने से आपका ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है.
- इस टमाटर का सेवन आप औषधीय के रूप में भी कर सकते है.
काला टमाटर की खेती की लागत और मुनाफा
यदि आप काले टमाटर की खेती कर रहे है तो अपको इसकी जानकारी होना चाहिए कि इसमें आपका कितना खर्चा होगा और कितना मुनाफा होगा. जानकारी के अनुसार, आपको शुरुआती दौर में कम से कम 2 से 4 हजार रुपए बीज खरीदने में लग सकते है. इसके बाद खेत की जुताई, खाद, लेबर, ट्रैक्टर का खर्चा, आदि खर्चे को भी यदि आप इसमें जोड़ते है तो यह खर्चा कम से कम 15 से 20 हजार रुपए का हो जाता है. माना कि इस फसल किसान की लागत काफी ज्यादा होगी परंतु इसमें आपको उतना मुनाफा भी मिल जाएगा. कृषि से जानकारी के लिए mandibhav.org पढ़े.
FAQ- ज्यादातर पूछे जाने वाले सवाल
काले टमाटर की खेती कैसे करे?
काले टमाटर के बीजों की बुआई सीधे खेत में नही करनी चाहिए. पहले आपको नर्सरी में पौधा तैयार कर लेना चाहिए. जब पौधा पूरी तरह तैयार हो जाए तो आपको इसे अपने खेत में लगा देना है.
काला टमाटर का बीज कहां मिलेगा?
आप किसी बीज विक्रेता से काले टमाटर के बीज खरीद सकते है या फिर किसी नजदीकी कृषि उपकरण स्टोर से भी खरीद सकते है.
टमाटर कितने दिनों में फल देता है?
पौधे की रुपाई के ठीक 40 से 50 दिनों के बीच पौधे पर आपको फल दिखाई दे सकते है.
सबसे ज्यादा उपज देने वाला टमाटर कौन सा है?
अर्का रक्षक किस्म वाले टमाटर की उपज सबसे ज्यादा होती है. यह किस्म भारत देश में उपज के लिए काफी लोकप्रिय भी है.
काले टमाटर को पकने में कितना समय लगता है?
यदि आप काले टमाटर की खेती करते है तो इसे पकने में कम से कम 2 से 3 माह का समय लगता है. यानी बुआई के 60 से 90 दिनों के बीच टमाटर पूरी तरह से पक जाएंगे.