Mirch Ki Kheti | किसानों के लिए मिर्च की खेती एक महत्वपूर्ण नगदी फसल है. मिर्च की खेती कर किसान कम समय में ज्यादा कमाई कर सकते है. मसाले के अलावा मिर्च का इस्तेमाल अचार, सलाद, चटनी तथा सब्जी के रूप में भी किया जाता है. मिर्च की खेती कर्नाटक, उड़ीसा, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र आदि प्रदेशों में सबसे ज्यादा की जाती है. यदि आप एक जागरूक किसान है तो आपको Mirch Ki Kheti करनी चाहिए क्योंकि इस खेती में लागत कम है और मुनाफा ज्यादा है.
आज का यह लेख आप सभी किसान भाईयो के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि आज हम आपको मिर्च की खेती से संबंधित विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे. जैसे कि- हरी मिर्च की खेती कैसे करें? मिर्च की खेती कैसे होती है? मिर्च की खेती कितने दिन की होती है? मिर्च की खेती में खरपतवार नाशक दवा? मिर्च की जैविक खेती कैसे करे? मिर्च की खेती से लाभ? आदि की जानकारी आपको यहां इस लेख में मिलेगी.
मिर्च की उन्नत खेती की जानकारी
आज के समय में मिर्च की देशी तथा संकर प्रजातियों की कई उन्नत किस्में उपलब्ध है. जिन्हे क्षेत्र की जलवायु और पैदावार के अनुसार उगाया जाता है. यदि हम मिर्च की देशी प्रजाति की बात करे तो पंजाबी तेज़ और पूसा जवाला देशी प्रजाति की मिर्ची है और संकर किस्म की बात करे तो अर्का मेघना, अर्का हरिता आदि संकर किस्म की मिर्ची है.
नर्सरी में हरी मिर्च की खेती
यदि आप मिर्च की खेती करना चाहते है तो आपको मिर्च के पौधे सीधे खेत में तैयार नही करना चाहिए. आपको मिर्च के पौधे नर्सरी में ही तैयार कर लेने है क्योंकि नर्सरी के पौधे स्वस्थ होते है जिसके कारण पौधे का विकास जल्दी हो जाता है और पौधे समय पर फल भी देने लग जाते है.
बता दे कि नर्सरी में मिर्च की पौध तैयार करना काफी सरल है. आप इसे नर्सरी में आसानी से तैयार कर सकते है. इस बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी नीचे दी गई है:
- नर्सरी में पौधे तैयार करने के लिए आपको सबसे पहले नर्सरी में क्यारियों को तैयार कर लेना है.
- इसके बाद, आपको इन क्यारियों में कम्पोस्ट खाद या फिर सड़ी गोबर की खाद को डाल उसे मिट्टी में अच्छे से मिला लेना है.
- अब आपको क्यारियों में 5 सेंटीमीटर की दूरी रखते हुए हल्की गहरी नालियों को तैयार कर लेना है.
- इसके बाद, आपको बीजों की बुवाई करनी है.
- ध्यान दे कि इसके बाद आपको हलकी सिंचाई कर देनी है.
हरी मिर्च की खेती कैसे करे?
हरी मिर्च की खेती करने के लिए अपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना पड़ेगा. इस विधि से आप आसानी से मिर्ची की खेती कर सकते है:
- मिर्ची की खेती के लिए सबसे पहले पौधे को नर्सरी में तैयार कर लेना है. नर्सरी में पौधे तैयार करने की विधि ऊपर दी गई है. इसे अच्छे से पढ़कर पौधे तैयार कर ले.
- जब पौधा पूरी तरह से तैयार हो जाए तो आपको भूमि का चयन करना है.
- फिर आपको खेत में खाद डाल कर गहरी जुताई कर लेनी है.
- इसके बाद, आपको खेत को समतल कर के नर्सरी में तैयार पौधे की रुपाई कर देनी है.
- अब आपको हलकी सिंचाई कर देनी है.
- इस खेती में आपको समय- समय पर सिंचाई तथा खरपतवार पर भी विशेष ध्यान देना होगा.
मिर्च की खेती में लगने वाले रोग
मिर्च की खेती में कई तरह के रोग भी देखने को मिलते है. यह रोग मिर्ची के पौधे पर आक्रमण कर उन्हें नष्ट कर देते है जिसके कारण मिर्च के पैदावार पर भी काफी प्रभाव देखने को मिलता है. प्रमुख रोगों की जानकारी नीचे दी गई है.
- छाछया रोग
- आर्द्र गलन रोग
- फूलो का झड़ना
- सफेद लट
- फिटोप्थोरा
- विरोधी संक्रमण
- बैक्टिरियल ब्लाइट
मिर्च की खेती कब होती है?
जानकारी के लिए बता दे कि मिर्च की खेती हमारे भारत देश में मुख्य रूप से गर्मी और सर्दी दोनों मौसमों में की जाती है. यदि आप गर्मी के मौसम में मिर्ची की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी बुवाई मार्च/ अप्रैल माह में करनी चाहिए. वही, सर्दी के मौसम में मिर्ची की खेती के लिए बुवाई सितम्बर/ अक्टूबर माह में करनी चाहिए.
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मिर्च की खेती में कौन सा खाद डालें?
यदि आप हरी मिर्च की खेती में अच्छा उत्पादन पाना चाहते है तो आपको आवश्यकता अनुसार खाद डालना चाहिए. आप अपने खेत में सड़ी गोबर का खाद डाल सकते है. यदि गोबर की खाद उपलब्ध न हो तो फिर आपको नाइट्रोजन 25 किलो, फास्फोरस 12 किलो तथा पोटाश 12 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से डालनी चाहिए. आप इस खेत में DAP खाद का भी इस्तेमाल कर सकते है.
मिर्च की खेती में खरपतवार नाशक दवा
मिर्च की खेती में आपको खरपतवार पर विशेष ध्यान देना पड़ेगा. आज के समय में खरपतवार के लिए बाजार में कई खरपतवार नाशक उपलब्ध है. खरपतवार नाशक दवाइयों को उपयोग करते समय आपको ध्यान रखना है इसके संभावित प्रभावों के बारे में अहम जानकारी होनी चाहिए.
मिर्च की खेती से लाभ
मिर्च की खेती एक लाभदायक खेती है. यदि आप इसकी खेती करते है तो आपको अच्छा खासा मुनाफा होगा. इस खेती के लाभ की जानकारी आपको नीचे दी गई है:
- भारतीय बाजारों में मिर्ची की मांग बहुत ज्यादा है जिसके कारण से इसका भाव अच्छा मिल जाएगा.
- मिर्ची में Vitamin-C, Vitamin B6, Vitamin-A और Vitamin B1 के साथ आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक तत्व का भी उच्च स्तर होता है.
- मिर्ची की खेती करना बड़ा ही आसान है.
हरी मिर्च की खेती में लागत तथा कमाई
हरी मिर्च की एक एकड़ खेती की लागत औसतन 35 से 40 हजार रुपए है जिसमे बीज, खाद आदि शामिल है. यदि हम इसकी कमाई की बात करे तो मिर्ची की खेती में लगभग 1 लाख रुपए प्रति एकड़ शुद्ध लाभ प्राप्त हो जाता है.
FAQ- ज्यादातर पूछे जाने वाले सवाल
मिर्च का बीज कितने दिन में तैयार होता है?
बता दे कि हरी मिर्च के बीजों को अंकुरित होने में लगभग 1 से 2 सप्ताह का समय लगता है यानी 7 से 14 दिनों में मिर्च का पौधा तैयार हो जाता है.
1 एकड़ में कितनी मिर्च पैदा होती है?
मिर्च की पैदावार की बात करे तो एक एकड़ में कम से कम 15 से 20 क्विंटल मिर्ची पैदा हो सकती है.
मिर्च में कौनसा खाद देना चाहिए?
यदि आप चाहते है कि मिर्च के पौधे का विकास जल्द हो तो फिर आपको खेत में गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट खाद तथा प्रोमा खाद ही डालना चाहिए.
एक पौधे से कितनी मिर्ची लगती है?
1 पौधे की औसत उपज 1 से 2 किलो होती है. यदि पौधा स्वस्थ है और आप पौधे की देखरेख अच्छे से कर रहे है तो इसकी उपज अधिक भी मिल सकती है.
मिर्च की तुड़ाई कितनी बार की जा सकती है?
हरी मिर्च की 4 से 5 बार तुड़ाई की जा सकती है. तुड़ाई किस्म की अवधि के आधार पर भी निर्भर करती है.